आश्रम पर दबंग बाबा द्वारा अवैध कब्जा कर ,हरे पेड़ों को काटवाना !
सम्भल जिला के रजपुरा थानाअन्तर्गत नगर पंचायत गवाँ में बहुत पुराना लगभग 400 वर्ष प्रसिध्द बंगाली बाबा नामक आश्रम है।जहाँ पर बाबाअवधूत बंगाली की कुटी है।और कई मंदिर हैं।गवाँ नगर तथा आसपास की जनता का यहां पर आना जाना लगा रहता है।कई बीगा जमीन है। लगभग 20 बीगा जमीन में गवाँ नगर की जनता के सहयोग से 30-35 वर्ष पहले कई तरह के पेड़ लगवाये थे।गर्मियों के मौसम में यहां पर दोपहरी में किसान तथा जनता पेड़ों की ठंड में बैठती है।बाबा प्रबोधा नन्द गिरि नामक, एक बाबा अचानक पहली बार 02/ 10/2024 को आश्रम गवाँ पर आये और अगले ही दिन गवाँ के कुछ दलाल किश्म के लोगों से मिलकर आश्रम पर हरे पेड़ों का सौदा एक ठेकेदार को कर दिया लगभग 14 लाख रुपयों में बेच दिये।पेड़ कटने का पता जब गवाँ की जनता को लगा तो जनता में रोष फैल गया।गवाँ पुलिस चौकी प्रभारी को सूचना दी तथा पेड़ों को कटने से रूकवाया।आज गवाँ के लोग इस आश्रम से सम्बंधित एक शिकायती पत्र लेकर डीएम सम्भल से मिले तथा बाबा प्रबोधा नन्द गिरि के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने तथा इन बाबा को आश्रम से हटाने की मांग की है।क्योंकि इस आश्रम का कभी भी किसी आखाड़े से और न ही जूना अखाड़े से कोई सम्बन्ध नहीं रहा है, आज तक। शिकायती पत्र पर180लोगों के अंगूठा निशानी तथा हस्ताक्षर हैं।मुख्य रुप से महावीर अग्रवाल, ठाकुरदास अग्रवाल, पूर्व चेयरमैन पति गवाँ महेन्द्र प्रसाद सैनी, अमित कुमार शर्मा पूर्व प्रधान हरदासपुर, प्रमोद कुमार,राहुल पाल, मुकेश कुमार गिरि, रोहित गिरि, बेताब खाँ,अलीम अली,तथा विपिन शर्मा आदि।
(सम्भल से लल्ला सलमानी की रिपोर्ट)