वनकोटा में चल रहे पांच कुंडीय श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ व कथा के समापन पर किया गया विशाल भंडारे का आयोजन

बदायूँ।ब्लॉक वजीरगंज क्षेत्र के गांव वनकोटा में श्री हनुमान मंदिर परिसर में चल रहे पांच कुंडीय श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ व कथा का समापन हो गया है। कथा के समापन पर हवन यज्ञ और भंडारे का आयोजन किया गया। भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने पहले हवन यज्ञ में आहुति डाली और फिर प्रसाद ग्रहण किया।
गांव वनकोटा स्थित श्री हनुमान मंदिर धाम में पांच कुंडीय श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ व कथा सात दिनों तक चलती रही। कथा के साथ रासलीला का भी मंचन चलता रहा। वृंदावन के आचार्य अतुल कृष्ण जी महाराज ने कथा का रसपान कराया। हनुमान धाम के पीठाधीश्वर वासुदेवचार्य जी महाराज ने बताया कि भागवत कथा के श्रवण से व्यक्ति भव सागर से पार हो जाता है। श्रीमद भागवत से जीव में भक्ति, ज्ञान एवं वैराग्य के भाव उत्पन्न होते हैं। इसके श्रवण मात्र से व्यक्ति के पाप पुण्य में बदल जाते हैं। विचारों में बदलाव होने पर व्यक्ति के आचरण में भी स्वयं बदलाव हो जाता है।महंत बजरंगदास जी , मंहत चन्द्रप्नकाश जी निगरानी में यहां पांच कुंडीय महायज्ञ के साथ यज्ञोपवीत संस्कार सहित कई धार्मिक आयोजन चलते रहे। आयोजन समस्त ग्रामीणों के सहयोग से कराया जा रहा है।यजमान नितिन सिंह गोर ,विनीत सिंह गौर ,अनिल सिंह गौर ,राजीव सिंह गौर, जयकेश सिंह गौर ,राजेन्द्र सिंह गौर ,मंजीत सिंह गौर ,रमन सिंह गौर, सूर्यप्रताप सिंह गौर ,अनमोल सिंह गौर ,गौरव सिंह गौर ,अतुल कुमार सिंह आदि मौजूद रहे।