*समाजवादी नेता निसार अहमद एवं किसान सभा के जिलाध्यक्ष ने बाबा साहेब डाक्टर भीमराव अम्बेडकर की तस्वीर के साथ 2 घंटे का रखा मौन*
रतनपुरा (मऊ) केन्द्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह द्वारा संसद में संविधान निर्माता भारत रत्न बाबा साहेब डाक्टर भीमराव अम्बेडकर के सम्मान में बहुत बड़ी गुस्ताखी किया गया है, उनके सम्मान को लेकर विपक्षी दलों और सामाजिक संगठनों ने विरोध का बिगुल बजा दिया है। रोज कहीं न कहीं संविधान शिल्पी पर गृहमंत्री द्वारा की गई टिप्पणी से लोग रोष व्यक्त करने के लिए सड़कों पर उतर आए हैं। लोगों का मानना है कि उनका आचरण किसी भी तरह से क्षम्य नहीं है। उत्तर प्रदेश के जनपद मऊ के अंतर्गत रतनपुरा विकास खंड में स्वतंत्रता संग्राम के सेनानी स्तंभ स्थल पर समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता सामाजिक कार्यकर्ता एवं प्रखर समाजवादी चिंतक निसार अहमद और भारतीय किसान सभा के जिला अध्यक्ष देवेंद्र प्रसाद मिश्र के नेतृत्व में बाबा साहेब डाक्टर भीमराव अम्बेडकर की तस्वीर को गोद में लेकर दो घंटे का मौन व्रत धारण करते विरोध प्रकट किया। श्री अहमद ने कहा कि देश को अंग्रेजी दासता के गुलामी की जंजीरों से मुक्त कराने वाले वीर सपूतों का यह मुल्क है। यह महात्मा गांधी और बाबा साहेब डाक्टर भीमराव अम्बेडकर जैसों का देश है। इस देश में महापुरुषों का अनादर किया जाना शुभ संकेत नहीं है। कभी महात्मा गांधी, पंडित जवाहरलाल नेहरू, बाबा साहेब डाक्टर भीमराव अम्बेडकर तो कभी डाक्टर राममनोहर लोहिया के अनुयायियों के टोपी पर लगातार कटाक्ष किया जा रहा है। जिसे किसी भी तरह से उचित नहीं ठहराया जा सकता। मौन व्रत के समापन पर संविधान की प्रस्तावना का एक स्वर से वाचन किया गया।
मौन व्रत धारण स्थल पर पहुंच कर समर्थन करने वालों में सीपीआई एमएल के जिला सचिव बसंत कुमार, रामनरेश, कृष्ण मोहन सिंह, नागेंद्र सिंह, रामप्यारे गौतम, हरिन्द्र राजभर, अवधेश यादव, पूर्व चेयरमैन अमरनाथ भारती, एकलाख अहमद, अभोरिक राजभर, धनराज राजभर, सुरेन्द्र भारती, कामरेड ओमप्रकाश, नन्दू ठाकुर , अविनाश सिंह आदि प्रमुख रहे तथा सबने एक स्वर से यह मांग किया कि भारत के गृहमंत्री अमित शाह जी को पूरे देश से माफी मांगनते हुए अपने कृत्य पर पश्चाताप करना होगा।